आंवले का अचार या अमला का अचार (आंवला का अचार) बनाने का तरीका स्टेप बाय स्टेप चित्रों और सुझावों के साथ बता रहे हैं। awale ka achar recipe में स्वास्थ्य के लिये वरदान आंवले के अचार को विभिन्न मसालों के साथ घर पर बहुत आसानी से बनाना बताया गया है।
आँवला एक छोटे गोल हरे रंग का फल है, इसका स्वाद खट्टा कसाय होता है। आयुर्वेद में आंवले को अत्याधिक स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। आँवला विटामिन ‘सी’ का सर्वोत्तम और प्राकृतिक स्रोत है। इसमें विद्यमान विटामिन ‘सी’ नष्ट नहीं होता। आंवले के मुरब्बे और आंवले के अचार में आंवले के सारे प्रकर्तिक गुण स्वाद के साथ मौजूद रहते हैं।
आंवले के अचार को दक्षिण में अमला ऑरउकई या नेल्लिक्का उरुगाई कहा जाता है। उत्तरप्रदेश के गोंडा और वाराणसी का आँवला सब से अच्छा माना जाता है। यह वृक्ष कार्तिक माह में फल देता है। (amla ka achar kaise banta hai)
भारत में आंवले से अनेक स्वादिष्ट खट्टे-मीठे और नमकीन व्यंजन बनाये जाते हैं, इनमें आंवला कैंडी, आंवले का मुरब्बा, आवला खट्टा मीठा अचार और आंवले की चटनी प्रमुख हैं। कुछ स्वादिष्ट सब्जी भी आंवले के साथ बनायी जाती हैं। आप अपने स्वादानुसार सबूत आंवलों और आमले की फाँकों दोनों का ही अचार बना सकते हैं।
इस Amla ka Achar recipe में आपको इंसटेंट आमला पिकल जिसको उसीरी आवाक्या कहते हैं को 15 मिनटों में बनाना सिखाया गया है। साथ ही इस रेसपी को पढ़ कर आप सरसों के तेल और मसालों के साथ उत्तर भारतीय स्टाइल में तैयार किया जाने वाला आंवले के अचार को बनाना भी सीख जाएंगे जिसको बना कर पूरे साल स्टोर किया जा सकता है..
आँवले के अचार को भी आम, मिर्च और नींबू के स्वादिष्ट आचारों की तरह दाल चावल और फुल्के या पराठे के साथ लंच एवं डिनर में सर्व कीजिये या लंचबॉक्स में पूरी या कचोड़ी के साथ रख कर दीजिये बच्चे और बड़े सभी इसको बहुत पसंद करेंगे।
आंवले का अचार बनाने की सामग्री:-
- ताजे आँवला (Indian Gooseberry) – 500 ग्राम
- सरसों का तेल (Mustard Oil) – 1 कप
- पीली सरसों के दाने (Mustard Seed) – 4 चम्मच
- नमक (Salt) – स्वादानुसार
- लाल मिर्च पाउडर/ पिसी मिर्च (Red chilli ) – 2 चम्मच
- हल्दी पाउडर/ पिसी हल्दी (Turmeric) – 1 चम्मच
- मैथी दाना (Fenugreek Seed) – 2 चम्मच
- हींग (Asafoetida) – 1 चुटकी
आंवले का अचार बनाने की विधि:-
सबसे पहले आमलों को हल्दी के गुनगुने पानी में 10 मिनट डूबे रहने दीजिये, जिससे आंवले की सारी अशुद्धियाँ दूर हो जायेंगी।
सरसों के दाने (राई दाना), और मैथी के दानों को एक पेन में हल्का सा रोस्ट कर लीजिये, ऐसा करने से उनकी नमी निकल जाएगी।
भुने हुए मसालों को ग्राइन्डर में दरदरा पीस लीजिये।
ठंडे हो चुके आँवलों को कपड़े की सहायता से सुखा कर काट लीजिये और उनकी गुठलियाँ निकाल दीजिये।
एक पेन में सरसों का तेल गर्म कीजिये, गर्म तेल में कटे हुये आंवले डालिये और उनको ह्ल्के नरम होने तक भून लीजिये।
भुने हुए आमलों में हींग, हल्दी पाउडर, लालमिर्च पाउडर, दरदरे किये मसाले और नमक डालकर मिला दीजिये।
स्वादिष्ट इंस्टेंट आंवले का अचार तैयार है, अचार को अभी भी खाया जा सकता है, लेकिन अचार का असली स्वाद दो या तीन दिनों के बाद मिलेगा, जब सारे मसाले आंवले में जज्ब हो जायेंगे।
पूरी तरह से ठंडा होने के बाद साफ और सूखे डिब्बे में आंवले के अचार को स्टोर कर लीजिये।
उपयोगी सुझाब:
आइये जानते हैं कुछ ऐसे सुझाव जो कि अनेक स्वादों में आंवले का अचार बनाने और स्टोर करने में निश्चित ही आपको उपयोगी लगेंगे….
अचार बनाने के लिये आंवलों का चुनाव :-
अचार बनाने के लिये हमेशा बीच के आकार के साफ और बिना कट का निशान लगे हुए आमलों को ही चुनना चाहिये। नवम्बर और दिसंबर माह में मुरब्बे और अचार डालने लायक आंवले बाजार में आसानी से मिल जाते हैं।
चटपटा आंवले का अचार बनाना :-
अगर आप थोड़ा तीखा और चटपटा अचार पसंद करते हैं तब अपने स्वादानुसार अदरक, प्याज और लससन के पेस्ट को मसालों के साथ भून कर अचार में मिक्स कर लीजिये, बहुत टेस्टी आंवलों का अचार तैयार हो जायेगा।
बिना उबाले कच्चे आंवलों का अचार बनाना:-
पानी में उबाले बिना कच्चे आंवले का अचार भी इसी तरह से बना सकते हैं, इस अचार को आप 15 दिनों तक खा सकते हैं। इस इंसटेंट अचार को आप स्वादानुसार मैथी और राई दाने डाले बिना भी बना सकते हैं।
आंवले का मीठा अचार बनाना :-
अगर आप मीठा अचार पसंद करते हैं तब सरसों के तेल की जगह चीनी की चाशनी बना कर उसमें आंवले के पीसों को पाग कर ठंडा होने के बाद साफ कंटेनर में स्टोर कर लीजिये। आंवले का मीठा अचार भी पूरे वर्ष अच्छा रहता है।
अचार डालने के लिये कौन सा तेल अच्छा रहता है:-
आंवला अचार को साल भर तक सुरक्षित रखने के लिये स्टोरेज कंटेनर में तेल को गर्म करके ठंडा होने के बाद डालिये, ऐसा करने से तेल कि नमी और अशुद्धि समाप्त हो जाती है। ध्यान रखिये अचार तेल में पूरा डूबा रहे।
आप अपनी पसंदनुसार सरसों के तेल की जगह तिल का तेल या सूरजमुखी का तेल प्रयोग करके भी आंवले का अचार बना सकते हैं।
आंवले के अचार को स्टोर करना:-
हमेशा अचार स्टोरेज का कंटेनर साफ और सूखा लीजिये, साफ और सूखे चम्मच से ही अचार निकाला कीजिये। अचार को माह में एक बार धूप दिखा देनी चाहिये, इससे अचार की सेल्फ लाइफ बढ़ जाती है।
इम्युनिटी के लिए आंवला अचार :-
250 ग्राम आंवले को पानी में अच्छी तरह धोकर सुखा कर एक इंच के टुकड़ों में काट कर एक प्लेट में फैला कर इनको एक घंटे कि धूप लगा लीजिये।
धूप लगाने के बाद आंवले के पीसों में एक चम्मच नमक मिला कर साफ जार में भर लीजिये, और ऊपर से एक चम्मच नमक छिड़क कर जार बंद करके ३ दिन के लिए अलग रख दीजिये।
तय समय बाद आप आप देखेंगे कि आंवले के पीस भूरे से काले रंग के हो गए हैं, इस अचार के जार को फ्रिज में स्टोर कीजिये, यह अचार काफी समय तक अच्छा रहता है आमतौर पर यह अचार सूखा और गहरे भूरे रंग का हो जाता है यदि आवश्यक हो तो थोड़ा गर्म पानी छिड़क कर ब्लेंड कर लीजिये।
इम्युनिटी बूस्टर अचार के सेवन से आंवले के सभी प्रकार्तिक औषधीय गुण स्वाद के साथ मिल जाते हैं।
अन्य स्वादिष्ट अचार मुरब्बा की सचित्र रेसीपीज :-
- आंबले का मुरब्बा बनाने कि विधि
- आंवले का हलवा बनाने का तरीका
- ऑयल फ्री आम का अचार डालने कि विधि
- आम का मुरब्बा बनाने कि विधि
- गाजर का मुरब्बा बनाने कि विधि
Nice recipe. Bhut acchee samjhayee
We are foodies and we are travellers. In our journeys we have come across many hidden recipies that are handed down one generation to the next. They are pure and honest. They are not available outside these families.
Pickle Monk is an attempt to bring these hidden wonders to you, the descerning, appreciative connosier of great food.