प्याज की कढ़ी को दही एवं बेसन के साथ आलू और प्याज के लच्छों को मिला कर बनाया जाता है। प्याज आलू की इस कढ़ी को राजस्थान और पंजाब में बहुत पसंद किया जाता है।
प्याज की कढ़ी बनाने की सामग्री:-
- आलू (उबाल कर छोटे पीसों में काट लें) – 1
- प्याज (लच्छों में काट लें) – 1
- खट्टा दही (फैटा हुआ) – 250 ग्राम
- बेसन – 5-6 चम्मच
- मैथी दाना – 1 चम्मच
- जीरा – ½ चम्मच
- हल्दी (पाउडर) – ½ चम्मच
- लालमिर्च (पाउडर) – स्वादानुसार
- हींग – 1 चुटकी
- हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) – 1
- अदरक का पेस्ट – 1 चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- कुकिंग ऑयल – तड़के के लिये
प्याज की कढ़ी बनाने की विधि:-
राजस्थानी आलू प्याज की कढ़ी बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाई में जीरा, मैथी दाना के साथ अदरक के पेस्ट और हरी मिर्च को भून कर छोंका तैयार कर लीजिये।
इस छोंके में प्याज के लच्छों के साथ आधा कप पानी और हल्दी मिक्स कर चलाते हुए प्याज के मुलायम होने तक पका लीजिये।आप स्वादानुसार इसी समय इसमें आलू के पीस भी मिक्स कर सकते हैं।
एक बाउल में एक गिलास पानी के साथ दही को पतला कर उसमें बेसन मिला लीजिये।बेसन मिले दही को प्याज के साथ मिला कर अच्छे से चला लीजिये।
बेसन दही और प्याज के घोल में स्वादानुसार नमक मिलाइए और घोल को अच्छे से चलाते हुए मिलाइये।ध्यान रहे कढ़ी में बेसन की गाँठे नहीं रहनी चाहिये।कढ़ी को बीच-बीच में चलाते हुए उबाल आने तक पका लीजिये इसमें लगभग 8-10 मिनट का समय लगेगा।
अब बारी है कढ़ी में तड़का लगाने की इसके लिये एक रमचे में तेल गर्म कीजिये उसमें हींग तड़का कर पिसी और साबुत लाल मिर्च भून कर उबाली हुई कढ़ी में मिला दीजिये।
आपकी स्वादिस्ट गर्मा-गर्म राजस्थानी आलू प्याज की कढ़ी तैयार हो गई है, हरे धनिये के पत्तों से गार्निश कर चावल और रोटी (फुल्के) के साथ सर्व कीजिये और खाइये।
उपयोगी सुझाब:
जिस भी ग्रेवी में दही का उपयोग होता है, उसे फ्रिज से निकाल कर तुरंत गर्म न कीजिए इससे दही फट जाता है। दही ग्रेवी को नार्मल तापमान आने पर उपयोग करें।
आप तड़के के लिये तेल या घी दोनों में से किसी का भी अपनी पसंद के अनुसार उपयोग कर सकते हैं।
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