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हल्दी के एंटीवायोटिक गुण और दूध की पौष्टिकता के साथ आसानी से बने इस औषधीय पेय को गोल्डन मिल्क भी कहते हैं। सही तरह से बना स्वादिष्ट हल्दी का दूध अगर रात को सोते समय पिया जाये तब नींद तो अच्छी आती ही है साथ ही साथ सामान्य सर्दी, गले में खराश और खांसी जुखाम भी ठीक हो जाता है।
हल्दी वाला दूध किचिन की मसालदानी में मौजूद पिसी हल्दी या कच्ची हल्दी (गांठ वाली हल्दी) दोनों ही से बनाया जा सकता है। शहद, काली मिर्च पाउडर, केसर अथवा मनपसंद मेवा मिला कर हल्दी का दूध आप अपने स्वादानुसार बना सकते हैं।
इस Turmeric Milk Recipe में हमने चित्रों के साथ Golden Milk को बनाने का पारंपरिक तरीका शेयर किया है साथ में Haldi Milk Benefits को विस्तार से बताया है….
हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk) की सामग्री:
- हल्दी पाउडर/ पिसी हल्दी (Turmeric) – 2 चुटकी
- फुल क्रीम दूध (Full Cream Milk) – 1 बड़ा कप
- गुड़ अथवा शहद या चीनी – स्वादानुसार
- केसर की पत्ती अथवा जायफल या दालचीनी का पाउडर – स्वादानुसार
हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk)बनाने की विधि
हल्दी वाला दूध बनाने के लिये आप ताजा कच्ची हल्दी या सूखी हल्दी का पाउडर (पिसी हल्दी) जिसका उपयोग हम सब्जी बनाते समय मसाले की तरह करते हैं ले लीजिये।
अगर आप कच्ची हल्दी से गोल्डन मिल्क बना रहे हैं तब उसको छील कर चित्रानुसार कद्दूकस कर लीजिये। लगभग एक छोटी चम्मच कद्दूकस की हुई ताजा हल्दी एक बड़े कप दूध (एक गिलास) के लिये पर्याप्त होगी।
गैस ऑन करके एक पेन में दूध को गर्म होने रखिये।
दूध में हल्दी को डाल कर चम्मच की सहायता से मिला लीजिये।
पेन को ढक कर दूध में एक उबाल ले लीजिये।उबाल आने के बाद दूध को पीने लायक ठंडा करके उसमें स्वादानुसार चीनी, गुड या शहद मिला लीजिये।
गुनगुना मीठा हल्दी का दूध छलनी कि सहायता से छान कर कप में पलट लीजिये।
स्वाद बढ़ाने के लिये इसमें केसर की पत्ती या मनपसंद मसाला मिक्स करके सर्व कीजिये।
हल्दी वाले दूध के टिप्स :-
आइये जानते हैं कुछ ऐसे सुझाव जिनको ध्यान में रख कर आप हल्दी वाला गोल्डन दूध को अनेक स्वादों में आसानी से बना लेंगे….
गोल्डन मिल्क (haldi wala doodh) बनाने के लिये कौन सी हल्दी अच्छी होती है?
हल्दी का दूध सूखी गांठ वाली हल्दी का पाउडर बना कर या कच्ची हल्दी को कद्दूकस करके दोनों से बनाया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि कच्ची हल्दी से तैयार गोल्डन मिल्क ज्यादा लाभदायक होता है क्यूंकि उसकी शुद्धतः निसंदेह होती है।
हल्दी का दूध बनाने के लिये कैसा दूध अच्छा होता है?
फुल फैट वाले दूध से तैयार गोल्डन मिल्क बहुत स्वास्थप्रद होता है, अगर आप शुद्ध गाय के दूध में हल्दी मिला कर गोल्डन मिल्क बना रहे हैं तब इसको एक दिव्य अनमोल आयुर्वेदिक औषधी मानिये, इसके सेवन से अनेक रोग आपके पास तक नहीं आयेंगे। आप स्वादानुसार इसे बादाम के दूध, नारियल के दूध या फिर सोया मिल्क किसी में भी बना सकते हैं।
हल्दी का दूध के स्वाद में बदलाव :-
स्वाद बढ़ाने के लिये सर्व करते समय दूध में जायफल का पाउडर, दालचीनी का पाउडर, सफेद इलाईची का पाउडर या बच्चों कि पसंदनुसार कोको पाउडर मिक्स कर अनेक स्वादों में बना सकते हैं।
दूध को मीठा करने के लिये भी आप अपनी सुविधा और पसंदनुसार इसमें चीनी पाउडर, गुड या शहद का उपयोग कर सकते हैं।
हल्दी वाला दूध पीने के फायदे :-
आयुर्वेद के अनुसार हल्दी में एंटीबायोटिक्स और अनेक औषधीय गुण होते हैं, आप इसको एक दिव्य दवाई समझिये। हल्दी मिला दूध का सेवन कोलेस्ट्रॉल, जोड़ों का दर्द, कब्ज, खून साफ करना, वात रोगों में हमें बहुत फायदा पहुंचाता है। साथ ही साथ हमारे शरीर के विषैले पदार्थों को शौच या मूत्र के रास्ते बाहर निकलता है।
हल्दी दूध कब और कितने दिन पीना चाहिए?
अगर आप हर दिन रात्री मे सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाले दूध का सेवन करते हैं तो आपको नींद तो अच्छी आयेगी ही साथ ही साथ सुबह को आप भरपूर एनर्जी महसूस करेंगे क्यूंकि यह शरीर की सारी अशुद्धियों को निकाल कर आपकी कैल्शियम की कमी को पूरा कर देता है।
बहुत अच्छी तरह से बताया है, आपका बहुत ही धन्यबाद