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गाजर की कांजी सर्दियों खास कर होली के अवसर पर उत्तर भारत में बनाया जाने वाला एक स्वादिष्ट पाचक पेय है। आप इसको जाड़ों की शिकंजी भी कह सकते है।
मुख्य सामग्री काली गाजर, राई का पाउडर और हींग के साथ गाजर के कांजी पानी को घर पर ही बहुत आसानी से बनाया जाता है।
गाजर अपने औषधीय गुणों के लिये प्रसिद्ध है अनेक विटामिंस और पौषक तत्व हमें गाजर के सेवन से आसानी से स्वाद के साथ मिल जाते हैं, कांजी पानी में डाले जाने वाले मसाले और हींग इसको पाचक बनती है।
पंजाब में होली के अवसर पर कांजी वडा बनाने का चलन है, इसमें उरद दाल के वड़ों को कांजी के पानी में डाल कर सर्व किया जाता है।
वैसे तो गाजर के कांजी पानी को किसी भी मौसम में पिया जा सकता है पर सर्दियों में काली गाजर से बनी कांजी अपने मसालेदार स्वाद और पाचन सम्बधी लाभों के लिये बहुत प्रसिद्ध है। इसका सेवन आपकी भूख को बढ़ाता है।
इस गाजर की कांजी रेसिपी में कांजी का पानी बनाने की विधि, आवश्यक सामग्री की साही माप और सुझावों को आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
गाजर की कांजी बनाने की सामग्री:-
- काली गाजर – 500 ग्राम
- पानी – 1 जग
- राई का (पाउडर) – 4 चम्मच
- हींग – 1 चुटकी
- नमक – स्वादानुसार
गाजर की कांजी बनाने की विधि:-
कांजी का पानी बनाने के लिये सबसे पहले गाजर को छील कर उन्हें करीब एक उंगली के बराबर साइज में काट लीजिये।इसके बाद आप पानी को उबालकर उसमें कटी हुई गाजर को 3 से 4 मिनट तक पकाएं (ध्यान रहे गाजर को ज्यादा नहीं पकाना है) और पकने के बाद ठंडा होने के लिए छोड़ दीजिये।
राई दाने को मिक्सर में पीस कर उसका पाउडर बना लीजिये।
एक काँच या प्लास्टिक का बड़ा डिब्बा लीजिये इसमें गाजर के काटे हुए पीस डाल लीजिये।गाजरों के साथ स्वादानुसार नमक, हींग और राई का पाउडर मिक्स कर दीजिये।
मसाला मिले गाजरों के डिब्बे में आवश्यकता अनुसार पीने का पानी मिला कर हिला लीजिये।और डिब्बे को ढक कर 2-3 दिन धूप में रखिये।
धूप में रखने से मसाले वाला पानी और गाजर के गुण आपस में मिल कर कांजी को स्वास्थप्रद और स्वादिष्ट बना देते हैं।आपकी स्वादिस्ट गाजर की कांजी तैयार हो गयी है । (राई का पानी खट्टा होने में 2-4 दिन लगते हैं, यह मौसम पर निर्भर करता है।)
उपयोगी सुझाब:
जब राई का पानी खट्टा हो जाए तो इसे फ्रिज में रख दें। आप करंजी (कांजी) को फ्रिज में 4-5 दिन तक रख सकते हैं।
कांजी के रंग को चटक लाल बनाने के लिए आप इसमें काली गाजरों के साथ थोड़ा चुकंदर भी डाल सकती हैं।
होली के त्यौहार पर कुछ घरों में कांजी में उड़द दाल के बड़े भी डाल कर खाये जाते हैं।
स्वाद में बदलाब के लिये आप फूल गोभी को उबाल कर सुखा कर कांजी में मिला दीजिये, दो दिनों बाद जब गोभी कांजी का पानी पी लेगा तब आप सूप बाउल में इसको सर्व कीजिये, इसका क्लासिक स्वाद सबको बहुत अच्छा लगेगा।
सचमुच आपने सर्दियों के मौसम में भी शिकंजी जैसी स्वादिष्ट और पाचक डिश बता दी, बहुत टेस्टी बनी, धन्यबाद।