मसालेदार चाय एक आयुर्वेदिक औषधी है। मसाला चाय को स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि स्वास्थ लाभ के लिए भी पीते हैं। सामान्य दिनों में इस चाय को पीने से स्फूर्ति और ताजगी आती है।
सर्दियों और बरसात के मौसम में जुखाम, खांसी एवं नाक बंद होना जैसी साधारण सी बीमारी सबको हो जाती हैं। नींबू और कुछ घरेलू मसालों से बनी इस हर्वल चाय को पीने से आप एवं आपका परिवार निश्चित ही इन बीमारियों से बचा रहेगा। भारत के हर छेत्र में भिन्न भिन्न मसालों को मिला कर मसाला चाय बनाई जाती है, मराठी में मसालेदार चाय को मसाला चहा और तमिल में मकल तेइलै बोला जाता है। हम मसाला चाय बनाने की ऐसी पारंपरिक रेसपी बता रहे हैं जिसकी सारी सामग्री आपको रसोई में आसानी से मिल जाएगी.. मसालेदार चाय बनाने की सामग्री:-
- तुलसी के पत्ते – 100 ग्राम
- दाल चीनी – 10 ग्राम
- तेज़ पात के पत्ते – 10 ग्राम
- सफेद इलाईची – 20 ग्राम
- सौंठ(सूखी हुई अदरक) – 10 ग्राम
- सौंफ – 100 ग्राम
- बड़ी (लाल) इलाइची के दाने – 20 ग्राम
- लाल चन्दन – 50 ग्राम
- काली मिर्च – 10 ग्राम
मसालेदार चाय बनाने की विधि:-
सभी मसालों को एक पेन में सूखा ही हल्का गर्म करके ठंडा कर लें, जिससे मसालों कि नमी निकल जाएगी।
ठंडे किये हुए मसाले ग्राइन्डर में पीस लें, तैयार मसाला पाउडर को एयर टाइट डिब्बे में स्टोर कर लें।
एक पेन में चाय बनाने के लिये एक कप पानी डालें।
पानी में एक चम्मच चाय मसाला डाल कर मसाला चाय खौला लीजिये।
मसाला चाय को छान लीजिये।
छानी हुई मसालेदार चाय में नींबू का रस मिला कर सर्व कीजिये।
उपयोगी सुझाब:
बदलते हुए मौसम में यह नींबू मसाला चाय बहुत लाभकारी है।
अगर इस चाय में ब्राहमकुटी मिला दी जाये तब यह चाय संजीवनी का काम करती है। ब्राहमकुटी सुपर मार्केट में आसानी से मिल जाती है।
मीठा करने के लिये आप स्वादानुसार चाय में चीनी या शहद मिला सकते है।
नींबू मसाला चाय में दूध नहीं डाला जाता है।
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