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बदलते मौसम में भारतीय परंपरागत मसालों से बनी दूध की चाय को पीने के लिये सभी उत्सुक रहते हैं। शरीर को गर्मी और सफुर्ती देने वाली मसाला चाय तुलसी की पत्ती, अदरक और कुछ चुनिंदा मसालों के साथ सादा दूध की चाय की तरह ही बनाई जाती है।
मसाला चाय मीठे और हल्के तीखे स्वाद वाली होती है, अदरक, तुलसा, कालीमिर्च, दालचीनी का मसाला इसके स्वाद को कुछ टेंगी और बहुत टेस्टी बना देता है। मसाला चाय में सुगंध भी बहुत तेज एवं अच्छी आती है।
पूरे भारत में भिन्न -भिन्न जगह पर अपने अलग अंदाज में मसालेदार चाय को बनाया जाता है, कुछ जगह पर चाय मसाले में सौंफ को भी डालते है। मुख्य सामग्री दूध, पानी और चाय की पत्ती के अतिरिक्त मसालों की मात्रा मौसम और स्थान के हिसाब से अलग-अलग होती रहती है।
जम्मू काश्मीर में कहबा, मनाली के रोहतांग की स्पाइसी टी, दार्जिलिंग की मसाला चा और ऊटी की मसाला टेनीर भारतीय मसाला चाय के ही प्रसिद्ध रूप हैं।
सर्दियों के मौसम में मसालेदार चाय को हर घर में बनाया जाता है, पर जरूरी नहीं की आप सर्दियों में ही मसाला चाय पियें, अगर आप बेड टी के समय मसाला चाय पियें तब यह चाय आपको इतनी स्फूर्ति और ताजगी देगी की नींद आपसे कोसों दूर भाग जाएगी। शाम के समय हल्के-फुल्के नाश्ते के साथ मसालेदार चाय का सेवन सारे दिन की थकान को मिटा देता है।
मसाला चाय को आप एक आयुर्वेदिक औषधि समझें, बदलते मौसम में होने वाली हल्की फुल्की बीमारी जैसे जुखाम, खांसी, शरीर का दर्द, सिरदर्द आदी में इस चाय का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। मसाला चाय शरीर की इम्यूनिटी को भी बूस्ट करती है।
अब हम आपको मसाला चाय बनाने को तरीका बताएंगे। चार लोगों के लिये दस मिनट में तैयार होने वाली मसाला चाय की सामग्री, मसाला चाय बनाने की विधि और उपयोगी टिप्स के लिये इस सचित्र रेसपी को पढ़ें..
अदरक तुलसी वाली दूध की चाय बनाने की सामग्री:-
- पानी – 3 कप
- दूध – 1 कप
- चाय पत्ती – 3 चम्मच
- अदरक (कूटी हुई) – 1 इंच
- छोटी इलायची (बारीक कूटी हुई) – 3-4
- तुलसी का पत्ता – 4-5
- काली मिर्च – 4-6 दाना
- लौंग – 2-3
- दालचीनी टुकड़ा – आधा इंच
- चीनी – स्वादानुसार
अदरक तुलसी वाली दूध की चाय बनाने का तरीका :-
एक पेन में पानी, चाय पत्ती, तुलसी का पत्ता, काली मिर्च, दालचीनी तथा सफेद इलायची को खौलाइये।
जब अच्छी तरह से सब चीज खौल जायें तब उसमें दूध डालिये।
अदरक को कद्दूकस से घिस कर चाय में डालिये।
खूब अच्छी तरह से चाय को दो-तीन उबाल आने तक पका लीजिये।
छलनी से छान कर गर्म-गर्म चाय को सर्व कीजिये।
उपयोगी सुझाब:
मसाला चाय को हाथों हाथ सर्व कीजिये, ज्यादा देर रखी चाय कड़वी हो जाती है।
काली मिर्च, सफेद इलायची, लौंग और दालचीनी को पीस कर एक डिब्बी में स्टोर कर लीजिये, इस तैयार मसाले से भी आप स्वादिष्ट मसाला चाय बना सकते हैं।
अगर ताजी तुलसा जी के पत्ते नहीं मिल रहे हैं तब आप चाय में सूखे तुलसा जी के पत्ते या तुलसा जी का तेल डालें, आज कल बाजार में तुलसी का तेल (Basil Oil)आसानी से मिल जाता है।
कभी कभी दूध के बिना मसाला चाय बना कर सर्व करें, यह औषधीय काढ़े का लाभ देगी।
आप अपने स्वादानुसार चाय मसाले की मात्रा को कम या ज्यादा कर सकते है।
चाय में केसर की दो पत्ती मिला कर चाय की सुगंध और गुणों को बढ़ाया जा सकता है।
चीनी की जगह गुड़ डाल कर भी चाय को मीठा किया जा सकता है।
बहुत अच्छी एवं उपयोगी