आंवले का मुरब्बा – Amla Murabba Recipe

reena gupta By Reena Gupta, On

आंवले का मुरब्बा आंवले के गुणों को स्वाद के साथ लेने के लिये एक बहुत अच्छा व्यंजन है। अमृत वटी आंवले (आवले) के मुरब्बे को भोजन के साथ अचार या चटनी की जगह सर्व कीजिये इससे परिवार में सभी को प्रचुर मात्रा में विटामिन C और आयरन भरपूर मात्रा मिलेगा जिससे उनकी इम्युनिटी बूस्ट होगी।

पारंपरिक तरीके से आंवले का मुरब्बा बनाने के लिये मुख्य सामग्री फ्रेश आंवले, चीनी और फिटकरी की ही जरूरत होती है पर प्राकर्तिक रूप से तैयार होने में थोड़ा समय अधिक लगता है। आंवला के मुरब्बे के टेस्ट को बढ़ाने के लिये आप इसमें स्वादानुसार काली मिर्च, काला नमक, इलाईची पाउडर, जायफल का पाउडर या केसर में से कोई एक चीज मिला सकते हैं।

भारत मे सबसे ज्यादा आँवला का उत्पादन उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद में होता है। वहाँ के आमले बहुत अच्छी क्वालिटी के होते हैं।

अब प्रश्न उठता है कि घर पर आंवले का मुरब्बा कैसे बनायें? इस सचित्र आंवला का मुरब्बा रेसिपी में हमने आपके साथ सरल स्टेप्स सहित आंवले के मुरब्बे को बनाने का तरीका और अनेक उपयोगी सुझाव साझा किए हैं।

आइये जानते हैं आंवला का मुरब्बा बनाने की विधि और आवश्यक सामग्री की सही माप……

 murabba amle ka

आंवले का मुरब्बा बनाने की सामग्री:-

  • आँवला (Indian Gooseberry) – 1 किलो
  • चीनी पाउडर/बूरा/ तगार (Fine Sugar) – 1.5 किलो
  • फिटकरी (Alum) – 1/2 चम्मच

आंवले का मुरब्बा बनाने की विधि:-

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01:-आंवले का मुरब्बा बनाने के लिये सबसे पहले ताज़ा फ्रेश आंबला को सादे पानी में भिगो कर दो दिनों तक ढक कर अलग रख दीजिये।

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02:-दो दिन बाद चित्रानुसार छलनी की सहायता से आंवलों का सारा पानी निकाल दीजिये।

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03:-पानी निकालने के बाद सभी आंबले को चित्रानुसार चाकू या किसी काँटे की सहायता से चारों तरफ से गोद लीजिये। यदि किसी आंबले में काला निशान है तो उसे चाकू से काट कर हटा दीजिये।

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04:-सभी गोदे हुए आंवलों में आधा चम्मच फिटकरी का पाउडर डाल करके अच्छे से मिला लीजिये।

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05:-फिटकरी मिले आमलों को दोबारा पानी में डुबो कर ढक कर अलग रख दीजिये।

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06:-फिटकरी वाले पानी में भी आंबलो को दो दिन तक भीगने दीजिये।

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07:-दो दिन बाद फिटकरी वाले पानी से आंबलो निकाल कर सादे साफ पानी से अच्छी तरह धो लीजिये।

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08:-अब सभी आंवला को 2 मिनट तक गर्म पानी में डुबोइए और बाद में छलनी से छान कर खुली हवा में 10 मिनट के लिए फैला दीजिये। (ऐसा करने से आंबलो के ऊपर का पानी सूख जायेगा और आंबले के मुरब्बे में फफूंद नही लगेगी।)

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09:-हवा में सूखे हुए सभी आंबले को साफ़ और सूखे बर्तन में रख कर इनमें चित्रानुसार पिसी चीनी अच्छी तरह से मिला दीजिये।

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10:-चीनी पाउडर मिले आंबलो को 6-7 घंटों के लिए ढक कर रख दीजिये इससे आंबलो में चीनी का जूस तैयार हो जायेगा।

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11:- 6 घंटों के बाद आप देखेंगे कि आंबलो में चीनी घुल चुकी है अब आप गैस ऑन कीजिये और आंबलो को चीनी गाढ़ी होने तक लगातार चलाते हुए पका लीजिये।

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12:-आंवला का मुरब्बा पकाते समय लगातार चैक कीजिये कि एक तार की चाशनी बनते ही आपका मुरब्बा तैयार हो गया है, गैस बंद कर दीजिये। (इस बात का ध्यान रखिये कि मुरब्बे को स्टील या एल्युमीनियम के बर्तन में ही पकाना है लोहे के बर्तन में पका मुरब्बा काला पड़ जाता है।)

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13:- तैयार आंबले के मुरब्बे को ठंडा होने के बाद साफ़ और सूखे शीशे के जार में भर कर स्टोर कीजिये, यह मुरब्बा कम से कम एक साल तक ख़राब नही होगा।

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उपयोगी सुझाब:

आइये जानते हैं कुछ ऐसे सुझाव जो कि निश्चित ही स्वादिष्ट आंवले का मुरब्बा बनाने और स्टोर करने में आपकी मदद करेंगे….

मुरब्बे के लिये किस समय और कैसे आंवले खरीदने चाहिये?

आज कल वैसे तो फ्रेश आंवले पूरे साल मिलते हैं पर सर्दियों के नवम्बर -दिसम्बर माह में मुरब्बे के लिए बहुत अच्छे आंवले बाज़ार में आसानी से मिल जाते हैं।

बड़े आकार के बिना दाग धब्बे वाले हल्के पीले रंग के आंवलों का मुरब्बा बहुत टेस्टी बनता है, इनका स्वाद कम खारा (कसेला) होता है।

आंवला का मुरब्बा बनाते समय किन बातों का ध्यान रखें?

आप चाहे तो चाशनी गैस पर गाढ़ी करने की जगह पारंपरिक रूप से धूप में रखकर भी मुरब्बा बना सकते हैं परंतु इस मुरब्बे को तैयार होने में 15-20 दिन लग जाते हैं।

आंवले को अच्छी तरह से गोदिए क्यूँकी इसी से मुरब्बा मुलायम बनेगा और चाशनी भी जल्दी से अन्दर जा सकेगी।

बाजार में फिटकरी (ALUM) अगर न मिले तब आप आंवले को चूने के पानी में भिगो लीजिये। (एक किलो आंवला पानी में भिगोने के लिये 2 चम्मच चूना पानी में घोल लीजिये।)

गर्म पानी में आंवले को दो मिनट से ज्यादा मत भिगोइये, देर तक गरम पानी में रहने से आमले टूट सकते हैं।

गुड़ की चाशनी में आंवले का मुरब्बा कैसे बनायें?

गुड़ के छोटे-छोटे टुकड़े आंवलों के साथ मिला कर काँच के कंटेनर में भरिये, इस कंटेनर को दो- तीन दिन की धूप दिखाईये। तय समय के बाद आप देखेंगे कि गुड़ की पिघल कर चाशनी बन गई है। अब एक स्टील की कढ़ाई में आंवलों को गुड़ की चाशनी सहित थोड़ा सा गाढ़ा होने तक पका लीजिए। स्वादिष्ट गुड़ वाला आंवले का मुरब्बा तैयार हो जायेगा।

आंवले के मुरब्बे को लंबे समय तक कैसे स्टोर करें?

आंवला का मुरब्बा कमरे के तापमान में भी एक वर्ष तक ठीक रहता है।

आंवले के मुरब्बे को लंबे समय तक स्वादिष्ट बनाये रखने के लिये मुरब्बे को चाशनी में पूरी तरह से डुबोकर रखिये।

ज्यादा पुराने आंवले का मुरब्बा की चाशनी गहरे भूरे रंग में बदल जाती है, पर आप निश्चिंत रहिये ऐसा चाशनी के गाढ़ा होने पर हो जाता है।

साफ और सूखे काँच के डिब्बे में मुरब्बा स्टोर कीजिये और सूखी चम्मच से ही निकाल कर सर्व कीजिये नमी से मुरब्बा खराब हो जाता है।

आंवला का मुरब्बा दिन में कब खाना चाहिए?

उत्तम स्वास्थ लाभ के लिये सुबह को खाली पेट आंवला मुरब्बा का सेवन सबसे अच्छा होता है। यह आपको कोलेजन विघटन (Collagen Debasement) से भी बचाता है जिससे लंबे समय तक आपकी त्वचा टाइट, कोमल और युवा बनी रहती है।

आंवला का मुरब्बा खाने से क्या फायदा होता है?

आंवले का मुरब्बा सेवन से हमारे रक्त से विषैले व हानिकारक पदार्थ निकल जाते हैं जिससे हमारी हड्डियाँ मजबूत होती हैं, दिमाक तेज होता है, आँखों की रोशनी बढ़ती है और साथ ही साथ इम्यूनिटी बूस्ट होती है।

गर्भवती महिला को आंवला मुरब्‍बा का अवश्य सेवन करना चाहिए. इससे उनके शरीर में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन के कारण बाल गिरने जैसी समस्‍या नहीं रहेगी साथ ही आंवला मुरब्‍बा बच्‍चे की आंखों की क्षमता और सेहत को बढ़ाने में भी मदद करता है।

आंवला में विटामिन सी और एंटीऑक्‍सीडेंट गुण प्रचुर मात्रा में होते हैं जो हमको ठंड, बुखार और बार-बार होने वाले संक्रमणों से हमारी सुरक्षा करते हैं।

एक चम्मच आंवले के मुरब्बे में कितनी कैलोरी और विटामिन होते हैं ?

इंडियन मेडिकल डायटीशियन की एक रिपोर्ट के अनुसार एक बड़े आकार के आंवले के मुरब्बे में कुल 71 कैलोरी होती हैं। जिनमें 70 कैलोरी कार्बोहाइड्रेट, 1 कैलोरी प्रोटीन और शेष कैलोरी वसा होती है जो 0 कैलोरी होती है। एकआंवले में विटामिन C की मात्रा 600 मिग्रा होती है।

आंवले के अन्य प्रचलित नाम :-

आंवले को हिन्दी में आवला, अमला (भारतीय करौदा) इंग्लिश में Phyllanthus emblica, Indian gooseberry और संस्कृत में आमलकी कहते हैं।

आंवले से बनने वाले अन्य स्वादिष्ट व्यंजन:-

प्रकर्ति के अमृत फल आंवले के औषधीय गुणों को स्वाद के साथ खाने के लिये अनेक स्वादिष्ट व्यंजन जैसे आंवला का अचार, आंवले की कैंडी, आंवले का जैम, आंवले का हलवा इत्यादि बनाया जाता है।

कुछ अन्य जैम और मुरब्बे की सचित्र रेसीपीज :-

Recipe Summary:

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2 Responses

  1. Rekha Goel

    नाइस रेसिपी रियली वेरी यूजफुल थैंक्स ए लॉट

    (5/5)
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  2. Reena

    क्या चीनी के जगह पर गुड़ इस्तेमाल कर सकते हे?

    (5/5)
    Reply

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