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उड़द दाल की बड़ी उत्तर भारत में खासतौर पर पंजाब का एक पारंपरिक व्यंजन है। मुख्य सामग्री उरद की दाल को पीस कर उसमें सौंफ, धनिया, नमक मिला कर बड़ियों को तोड़ा जाता है, फिर धूप में सुखाया जाता है। अच्छी तरह से सूख जाने के बाद वडियों को एयर टाइट डिब्बे में एक वर्ष तक स्टोर किया जा सकता है।
अपने स्वादानुसार आप बड़ी तोड़ते समय मिश्रण में मिर्च और मसाले की मात्रा को ज्यादा या कम कर सकते हैं, कुछ जगह पर हींग और दरदरी काली मिर्च को डाल कर बड़ियाँ बनाई जाती हैं। पंजाब में यह अमृतसरी बड़ी या मसाला बड़ी और राजस्थान में वर्धमान पापड़ पाली के नाम से बहुत प्रसिद्ध हैं।
कुछ लोग बड़े आकार में वड़ियाँ बना कर सुखाते है जिनको पकाते समय तोड़ा जाता है पर हमारी राय में तो छोटी-छोटी बड़ी ही बनानी चाहिये जिससे यह जल्दी सूख जाती हैं और पकाते समय इनका पारंपरिक आकार और स्वाद बरकरार रहता है।
आज कल बाजार में भी तैयार बड़ी मिल जाती है, इस सचित्र उड़द दाल की बड़ी रेसिपी में ईजी स्टेप्स के साथ घर पर बड़ी बनाने का तरीका बताया गया है। वड़ी रेसिपी के आसान स्टेप्स को फॉलो करके आप शुद्धता के साथ अपने मनपसंद स्वाद में बड़ी बना लेंगे।
उरद दाल की वड़ी को कुकिंग ऑइल में हाफ फ्राई या फुल फ्राई करने के बाद सब्जी , करी या पुलाव में डाल कर पकाया जाता है। फ्राई होने के बाद यह बहुत स्वादिष्ट कुरकुरे स्वाद की हो जाती है। वडियों में दाल के सभी पौष्टिक तत्व और विटामिंस मौजूद रहते हैं..
स्वादिष्ट पंजाबी वडियों को टमाटर की करी में आलुओं के साथ या बेसनी कढ़ी के रूप में पका कर चावल और फुल्के के साथ सर्व किया जाता है…..
उड़द दाल की बड़ी बनाने की सामग्री:
- उरद की धुली दाल (Split & Skinned Black Gram) – 2 कप
- धनिया साबुत (Coriander) – 2 चम्मच
- सौंफ/संचल (Fennel Seed) – 2 चम्मच
- लाल मिर्च (Red Chilly) – स्वादानुसार
- काली मिर्च (Black Pepper) – 12-14
- हींग (Asafoetida) – 1 चुटकी
उड़द दाल की बड़ी बनाने की विधि
उरद की दाल को बीनने और अच्छे से धोने के बाद पीने के पानी में 4-5 घंटे के लिये भिगो दीजिये।साबुत सौंफ, धनिये, लाल मिर्च और काली मिर्च के दानों को साफ करने के बाद मिक्सर में दरदरा पीस लीजिये।
भीगी हुई दाल में से पानी निकाल दीजिये और मिक्सर में बिना पानी डाले उरद की दाल को दरदरी (हल्की सी मोटी) पीस लीजिये।
पिसी हुई दरदरी उरद दाल को चम्मच की सहायता से अच्छी तरह फ़ैटिये, जिससे दाल फूल जायेगी।अगर जरूरत समझें तब मिश्रण में दो चम्मच पानी मिला लीजिये।
फैटी हुई दाल में से थोड़ी सी दाल (पिट्ठी) एक पानी भरी कटोरी में बड़ी के आकार में डालिये, अगर पिट्ठी तैरने लगे तब बड़ी बनाने के लिये पिट्ठी तैयार है।अगर डूबे तब पिट्ठी को दोबारा से थोड़ी देर और फ़ैटिये।
तैयार पिट्ठी में दरदरे मसालों को मिला कर चला लीजिये।
बड़ी तोड़ने के लिये ट्रे या थाली को तेल लगा कर चिकना कीजिये।हाथ से दाल का मिश्रण (पिट्ठी) उठाइये और अपने पसन्द के आकार में थोड़ी थोड़ी दूरी पर बड़ियां तोड़ते जाइये।
अगर आप ज्यादा मात्रा में बड़ियाँ तोड़ रहे है तब धूप में प्लास्टिक की पिन्नी बिछा कर उसको चिकना करके इसी तरह से सारे मिश्रण की बड़ी तोड़ लीजिये।
आपकी स्वादिष्ट उरद / उड़द दाल की बड़ी / मँगोड़ी तैयार हैं फ्राई करने के बाद आप इनसे बड़ी पुलाव, बड़ी की सब्जी, बड़ी की तहरी / खिचड़ी बनायें या सूप में डाल कर सर्व करें।
वडियों को सूखने के बाद एयर टाइट डिब्बे में स्टोर कर लीजिये।
उपयोगी सुझाव:
बड़ियाँ तोड़ने का सही समय होली के बाद होता है, इस मौसम में हवा खुश्क, धूप तेज और दिन बड़े होते है।
रात को दाल फूलने रख दीजिये जिससे सुबह को आप जल्दी बड़ी तोड़ सकें और पूरे दिन की धूप में बड़ी आराम से सूख सकेंगी।
स्टोर की हुई उरद दाल की बड़ियों को हमेशा सूखे हाथों से निकालिये जिससे बड़ी में नमी न लगे, नमी / सीलन लगी वडियों में फफूंदी लगने का डर रहता है।
वरसात के मौसम के बाद स्टोर की हुई वडियों को धूप दिखा लेनी चाहिये।
सूखी छिलका छूटी उरद की धुली दाल को मिक्सर में दरदरा पीस लीजिये, उस दाल पाउडर से पिट्ठी बना कर भी आप बड़ी तोड़ सकते हैं।
एक माइक्रोवेव सेफ ट्रे में चिकने बटर पेपर बिछा कर उस पर बड़ियाँ तोड़िए, माइक्रोवेव को 50-70 डिग्री टेम्परेचर को प्री हीट करके बड़ियों को सुखा लीजिये, इस तरह से बड़ी सूखने में दो से तीन घंटे लगते हैं।
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