बजन कम करने में जौ के आटे से बनी रोटी के औषधीय गुणों कोई जबाब नहीं है, जौ के साथ चने और गेहूँ के आटे को मिला कर भी की स्वादिष्ट रोटी बनाई जाती है। जौ की रोटी या जौ खाने के फायदे जग जाहिर हैं।
आज कल के आधुनिक जीवन में यह आम सवाल है की वजन कम करने के लिए कौन सा आटा खाना चाहिए? कौन सा आटा संपूर्ण पौष्टिक और सुपाच्य है ? क्या जौ की रोटी बजन कम करने में सहायक है? गेहूँ के आटे के साथ जौ और चने के आटे को मिला कर रोटी बनाई जा सकती है? इस जौ चने के आटे की रोटी रेसिपी में आपको इन सभी सबालों के जबाब मिल जाएंगे।
जौ एक स्वादिष्ट और सेहतमंद अनाज है, इसमें कई पोषक तत्व जैसे विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बीटा और ग्लूकेन, मैगनीज, प्रोटीन, अमीनो एसिड, डायट्री फाइबर्स और कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट और लेक्टिक एसिड पाए जाते हैं। यह पेट के लिए काफी लाभदायक है और पाचन में बेहद सहायक है।
जौ और चना दोनों ही कम कैलोरी वाले संपूर्ण अनाज है। चने (बेसन) की रोटी भी वेट लॉस के लिये परफेक्ट आहार होती है। चने के आटे को बेसन भी कहते है। चने का सेवन हर तरह से शरीर के लिये फायदेमंद है, चने से बने व्यंजन भोजन को रुचिपूर्ण बनाते हैं। चना शरीर में तुरंत ताकत प्रदान करने वाला एक बहुत ही ऊर्जावान खाद्यान्न है।
जौ चने के आटे से बनी रोटी में कैलोरी की मात्रा कम होती है, यह पौष्टिक, सुपाच्य और खनिज मिनरल्स से भरपूर एक स्वादिष्ट संपूर्ण आहार है जिसको किसी भी सब्जी या दाल के साथ लंच एवं डिनर में खाया जा सकता है।
आपको जौ चने की रोटी बनाने का तरीका चित्रों एवं सामग्री के साथ स्टेप बाई स्टेप बता रहे हैं..
जौ की रोटी बनाने की सामग्री:
- जौ का आटा (Barley Flour) – 1/2 कप
- चने का आटा (Gram Flour) – 1/2 कप
- गेहूँ का आटा (Wheat Flour) – 1/2 कप
- नमक (Salt) – 1 चुटकी
- अज़वाइन (Thymol/Carom Seed) – स्वादानुसार
जौ की रोटी बनाने की विधि
सबसे पहले आप एक वर्तन में जौ, चने और गेहूं का आटा छलनी से छान कर मिक्स कर लीजिये।
इस छाने हुए आटे में नमक और अजवाइन डालकर सबको अच्छी तरह से मिला लीजिये।
थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटा गूँथ लीजिये।चने का आटा हल्का दरदरा होता है, इसलिए यह आटा गूँथते समय ज्यादा मुलायम नहीं होता है।
थोड़ी देर के लिये गूँथे हुए आटे को ढक कर सेट होने दीजिये।लगभग बीस मिनट बाद आटे को दोबारा हल्का सा गूँथते हुए मुलायम कर लीजिये।
गूँथे हुए आटे से एक लोई लेकर चकला बेलन की सहायता से रोटी बेल लीजिये।
ध्यान रखिये बेलते समय इसमें ज्यादा पलथन न लगाना पड़े।थोड़े अभ्यास के बाद अच्छी रोटियाँ बिलने लगेंगी।
तैयार रोटी को तवे पर डालिये और फुल्के को दोनों तरफ से अच्छी तरह सेक लीजिये।इसी तरह से आप सारे गूँथे हुए आटे की भी रोटियां (फुल्के) सेक लीजिये।
स्वादानुसार आप इस बेली हुई रोटी को तवे पर शुद्ध घी या खाद्य तेल की सहायता से सेक कर जौ आटे का पराठा भी बना सकते हैं।
उपयोगी सुझाव:
जौ के आटे की रोटी और जौ चने के आटे की रोटियाँ जल्दी कड़क हो जाती हैं, इस लिए सेकने के बाद इनको ढक कर रखिये।
स्वाद में बदलाव के लिये जौ की रोटियों को गर्म गर्म शुद्ध घी अथवा मक्खन लगा कर सर्व कीजिये, इसके स्वाद को सब बहुत पसंद करेंगे।
अजवाइन को डालना या नमक की मात्रा को आप अपने स्वादानुसार तय कर सकते हैं।
जौ के आटे से बने पराठे को दही और अचार के साथ सुबह के नाश्ते में खाइये और सर्व कीजिये, सारा दिन बन जायेगा।
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ओके