गोले की पंजीरी को सामान्यतः हम लोग व्रत-उपवास के समय खाते हैं। लेकिन हमारे परिवार में सभी को इसका स्वाद इतना पसंद है कि जब कभी भी मन होता है नारियल पाग को घर पर बना ही लेते हैं।
गोले को नारियल और खोपरा भी कहा जाता है और पंजीरी को ही बर्फ़ी या पाग कहते हैं। गोले की पंजीरी बनाना बहुत आसान है गोले को घिस कर उसका बुरादा बनाया जाता है और नारियल के बुरादे को चीनी की चाशनी में मिक्स करके जमा कर मनपसंद आकार में काट लिया जाता है।
आप इस पंजीरी में अपने स्वादानुसार अन्य मेवा को गोले के साथ पीस कर या पंजीरी के ऊपर गार्निश करके इसके स्वाद को अपने अनुरूप टेस्टी बना सकते है। कुछ जगह पर इस पंजीरी में खोया (मावा) को भी मिलाते है।
गोले की पंजीरी रेसिपी में हमने नारियल पाग को बनाने का तरीका सरल स्टेप्स और चित्रों के साथ साझा किया है साथ ही इसको बनाने में आने वाली छोटी-छोटी परेशानियों को आसान सुझावों द्वारा दूर करने का प्रयास किया है, आइये जानें इसको बनाने की आवश्यक सामग्री….
गोले की पंजीरी बनाने की सामग्री:-
- सूखा नारियल (कद्दूकस किया हुआ) – 4 कप
- चीनी – 1 कप
- मेवा (बारीक़ कटे हुए) – 1/2 कप
- खरबूजे की मींग – 1/2 कप
- पानी – 1 कप
गोले की पंजीरी बनाने का तरीका :-
गोले की पंजीरी बनाने के लिये सबसे पहले गोले (नारियल) को कद्दूकस की सहायता से कस लीजिये।कसे हुए गोले और खरबूजे की मींग को थोड़ा भून लीजिये जिससे इनको पीसने में आसानी रहेगी।
कसे हुए गोले और मींग को ग्राइन्डर की मदद से दरदरा पीस लीजिये।
एक कड़ाही या बड़े पेन में चीनी और पानी गर्म करके दो तार की चाशनी बनाइये।चाशनी को चेक करने के लिए एक छोटे चम्मच में चाशनी को निकाल कर थोड़ा ठंडा कर लीजिये और दो उंगलियों के बीच रख कर चिपका कर देखिये अगर दो तार बन रहे हैं तब चाशनी तैयार है।
चाशनी गाढ़ी होनी चाहिए जिसे अगर प्लेट में थोड़ी सा टपकाया जाये तो वह अंगुली से फैलाने पर जम जाए।तैयार चाशनी में दरदरा पीसा हुआ नारियल और मींग का मिक्स्चर डाल दीजिये।
चाशनी और गोले के मिक्स्चर को लगातार जल्दी-जल्दी चालते हुए अच्छे से मिक्स कर दीजिये।
एक घी लगा कर चिकनी की गई थाली या ट्रे में गर्मा गर्म मिश्रण को पलट कर सब तरफ बराबर फैला दीजिये।ऊपर से स्वादानुसार बारीक कटी मेवा डालकर किसी चमचे की सहायता से दबा दीजिये।
आपकी स्वादिष्ट गोले की पंजीरी तैयार है, ठंडी होने पर मनपसंद आकार में काटिए और परिवार में सभी को खिलाइये एवं खाइये।गोले की पंजीरी एयर-टाइट डिब्बे में स्टोर की जाती है। व्रत- उपवास में फलाहारी नाश्ते के रूप में गोले की पंजीरी को खाया जा सकता है।
Very good work and nice recipe