कैरेमलाइज (शक़्कर का भूरा रंग) की हुई चीनी को मिलाकर, मलाईदार गाढ़ा दूध को जमाकर बनाई हुई मिष्टी दोई बंगाल की खास मिठाई है।
मिष्टी दोई बनाने की सामग्री:-
- फुल क्रीम दूध – 1 लीटर
- इलायची (पाउडर) – 1 चम्मच
- दही – 8-10 चम्मच
- चीनी – 100 ग्राम
मिष्टी दोई बनाने की विधि:-
मिष्टी दोई बनाने के लिये सबसे पहले एक भारी तली के बर्तन में चीनी को कैरेमलाइज (शक़्कर का प्राकृतिक रंग) लाने के लिये मध्यम आंच पर चलाते हुए गर्म कीजिये।थोड़ी देर में चीनी पिघलना शुरू हो जायेगी और अच्छी तरह पिघलने पर कैरेमलाइज हो जायेगी।
कैरेमलाइज चीनी में पहले से उबला हुआ फुल क्रीम दूध मिला कर अच्छे से चला दीजिये।आग को मध्यम कर दीजिए और दूध को चलाते हुए आधा होने तक उबालते रहिए।
जामन के दही को एक बीटर की सहायता से एक बर्तन में सॉफ्ट कर लीजिये।इससे जामन का दही गाढ़े दूध में अच्छे से मिल सकेगा।
दही वाले बर्तन में चीनी मिला गाढ़ा दूध पलट दीजिये।इसमें इलाईची पाउडर मिला कर बीटर से भली- भाँती चला लीजिये।
कैरेमलाइज चीनी और जामन मिले दूध को जमाने के लिए मिट्टी के बने कुल्हड़ या किसी भी छोटे-छोटे बर्तनों में पलटिए।ध्यान रहे की दूध न ज्यादा गर्म हो और न ज्यादा ठंडा, दूध को मध्यम गर्म होना चाहिए।दूध से भरे कुल्हड़ को तौलिए से ढककर जमने के लिए किसी गर्म स्थान पर रख दीजिए।
अच्छी तरह से दूध को जमने में आठ से दस घंटों का समय लग जाता है।तय समय के बाद दूध के जम जाने पर आपका स्वादिस्ट मिष्टी दोई तैयार मिलेगा।ठंडा-ठंडा स्वादिष्ट मिष्टी दोई को कटे हुए मेवे से गार्निश कर सर्व कीजिये और खाइये।
उपयोगी सुझाब:
मिष्टी दोई जमाने के लिये आप कुल्हड़ की जगह कोई भी छोटे-छोटे बर्तन ले सकते हैं।
चीनी को करेमेलाइज़्ड करने के बाद चीनी का रंग भूरा हो जाता है, जिससे मिस्टी दोही का रंग प्राकृतिक भूरा हो जाता है।
आप मिष्टी दोई को फ्रिज में दो दिनों तक स्टोर कर खा सकते हैं।
bahut acche se bataya hai