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समा के चावल की खीर व्रत उपवास के दिनों में आवश्यक पोषक तत्वों का एक बड़ा स्रोत है।आमतौर पर सोमवार व्रत में और नवरात्रि के उपवास के साथ अन्य सभी व्रतों में स्वादिष्ट व्रत वाले समा चावल की खीर का सेवन किया जाता है।
समा चावल एक विशेष प्रकार के चावल हैं, देखने में यह चावल सूजी से थोड़े बड़े और दलिया से थोड़े छोटे दाने वाले होते हैं।
समा चाबलों की खीर को फलाहार माना गया है इस लिए इसको समान्यता व्रत में खाया जाता है पर इसका स्वाद इतना अच्छा है आप इसको पसंदनुसार कभी भी बना कर डेसर्ट के रूप में डिनर के बाद परिवार में सर्व करके सभी का मन मोह सकते हैं।
व्रत के चावल की खीर की मुख्य सामग्री समा (शयमा) चावल, चीनी और दूध ही है पर आप इसमें केसर की चार पत्तियां मिक्स कीजिये जिससे फलाहारी खीर में केसर की खुशबू और रंग दोनों आ जायेंगे। व्रत की खीर को आप अपनी इच्छाअनुसार किसी भी एक या मिक्स कटी हुई मेवा से गार्निश करके ठंडी अथवा गर्म सर्व कीजिये और खाइये यह दोनों तरह से स्वादिष्ट लगती है।
इस sama ki kheer recipe में हमने चित्रों और स्टेप्स के साथ व्रत वाली खीर बनाने का तरीका और सुझाव शेयर किए हैं आइये जाने फलाहारी खीर बनाने की विधि और आवश्यक सामग्री को…..
समा चावल की खीर बनाने की सामग्री:-
- समा चावल (Barnyard millet) – 50 ग्राम
- शुद्ध घी / देसी घी (Desi Ghee) – 1 चम्मच
- फुल क्रीम दूध (Full Cream Milk) – 3 कप
- पिस्ता, बारीक कटा हुआ (Pistachio ) – 8-10
- बादाम, बारीक कटे हुए (Almond) – 8-10
- चीनी (Sugar) – स्वादानुसार
- इलायची के दाने (Cardamom Seeds) – 1 चम्मच
समा चावल की खीर बनाने की विधि:-
समा चावल की खीर बनाने के लिये आप शयमा चावल को बीनकर धो लीजिये और पांच-सात मिनट पानी में भिगो दीजिये।
तय समय बाद चावलों का पानी निकाल कर चावलों को छलनी में छोड़ दीजिये जिससे कि उनका अतिरिक्त पानी निकल जाए।
अब आरी है खीर बनाने की इसके लिये एक भारी तले के बर्तन में दूध खौलाने रखिये।
एक उबाल आने पर गैस की आँच को धीमा कर दीजिये।
धीमी आँच पर चढ़े दूध में समा के भीगे हुए चावल मिलाइये।
दूध और चावल को बीच-बीच-में चलाते हुए पकाते रहिये, चलाते रहने से दूध तले में नहीं लगेगा।
लगभग 8-10 मिनट बाद दूध में पड़े चावल गल जायेंगे, आप चित्रानुसार चैक कर लीजिये।
अगर चावल कच्चे हैं तब दो मिनट और पका लीजिये।
चावलों के गलने के बाद खीर में स्वादानुसार चीनी या शक्कर और पसंदनुसार मेवा मिक्स कर चलाते रहिये।
लगभग दो मिनट में शक्कर समा चावल की खीर में पूरी तरह घुल जाएगी, गैस बंद कर दीजिये।
तैयार खीर में इलाईची दाने को दरदरा कर मिक्स कीजिये और खीर को ठंडी होने रख दीजिये।
ठंडी होने के बाद स्वादिष्ट फलाहारी खीर को मेवा से गार्निश करके सर्व कीजिये और खाइये। Sama Chawal ki Kheer
उपयोगी सुझाब:-
आइये जानते हैं कुछ ऐसे सुझाव जो की स्वादिष्ट फराली शमा के चावल की खीर बनाने और समा चावल को जानने में निश्चित ही आपको उपयोगी लगेंगे….
समा चावल क्या है ? :-
समा के चावल एक प्रकार की जंगली घास है जो भारत में राजस्थान में मिलती है, यह पनिकम प्रकार की घास मानी गयी है। राजस्थान में इसके बीजो का प्रयोग चावल के रूप में होता है। इसका वैज्ञानिक नाम एचिलोना कोलोना है इसको संस्कृत में श्रामक कहते हैं।
समा चावल खाने के फायदे :-
यदि आप चावल के शौकीन हैं और व्रत उपवास के दौरान उनकी कमी महसूस कर रहे हैं तब यह चावल आपके लिये एक अच्छा विकल्प है। व्रत वाले समा के चावल सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने वाले खनिजों और विटामिनों का एक अच्छा समृद्ध स्रोत है।
समा चावल के सेवन से हमें भरपूर मात्रा में सुपाच्य फाइबर मिल जाता है जिससे हमारा पेट लंबे समय तक भरा रहता है। साथ ही साथ उपवास के दौरान शरीर को आवश्यक उच्च मात्रा में फाइबर और लौह और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिज स्वाद के साथ मिला जाते है जिससे हम पूरे दिन ऊर्जा से भरे रहते हैं।
समा के चावल खाने से बजन कम होता है :-
ऐसा माना जाता है कि चावल खाने से हमारा बजन बढ़ जाता है परंतु समा के चावल सेवन से आपका बजन नियंत्रण में रहता है क्यूँकी पोटेशियम से भरपूर और सोडियम की मात्रा कम होने के कारण सम्यक चावल सूजन और वाटर रिटेंशन से राहत देता है। आप इसको पीस कर आटे के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं। शमा चावल gluten free है और इसमें अन्य अनाज की तुलना में सबसे अधिक मात्रा में फाइबर होता है।
समा चावल के अन्य नाम :-
समा के चावल को उत्तर भारत में शमा चावल, मोर्धन, कोदरी, संवत या समक चावल भी कहा जाता है। गुजरात में समो या मोरियो कहते हैं जबकी महाराष्ट्र में इसको भागर और वारई कहा जाता है। बंगाल में इसे श्याम या श्यामा चावल के नाम से जाना जाता है।
व्रत वाले चावल से बनाये जाने वाले अन्य व्यंजन :-
समा चावल का उपयोग करके आप अनेक स्वादिष्ट फलाहारी मीठे और नमकीन व्यंजन बना सकते हैं। जैसे फराली खिचड़ी, व्रत का पुलाव, व्रत की खीर इत्यादि इसी तरह व्रत के चावलों को पीस कर उससे टेस्टी इडली, ढोकला, डोसा, भी बना सकते हैं। Sama Chawal ki Kheer
व्रत में खाने योग्य व्यंजनों की अन्य सचित्र रेसीपीज :-
- व्रत वाली साबूदाने की खिचड़ी रेसिपी
- व्रत वाला कूटू आटे का केक की रेसिपी
- व्रत का नाश्ता केले के चिप्स रेसिपी
- व्रत वाला बादाम का हलवा की रेसिपी
- व्रत की मिठाई मावे की बर्फ़ी की रेसिपी
बहुत अच्छी तरह फोटो के साथ समझाया है